Thursday 2 January 2014

first chudai ka maja liya

first chudai ka maja liya

हैलो कैसे हैं आप सब। आज बहुत दिन बाद मैं कोई कहानी लिखने जा रही हूं आरजू अगं मैं असल में बाहर चली गयी थी पर जाने से पहले कई कहानियां भेज कर गयी थी ताकि आप लोगों को मेरी कमी न महसूस हो और आप लोगों के बहुत सारे मेल मिले जिनमे मेरी कहानियों को काफ़ी पसंद किया गया है जिसका मैं आप सबका खुले दिल और फ़ैली चूत के साथ शुक्रिया अदा करती हूँ लड़कियों की चूत के लिये दुआ करुंगी कि उनको भी कोई चोदने वाला जल्दी से मिल जाय और लड़के तो साले होते ही हरामी हैं कहीं और नहीं मिली तो घर में ही शुरु हो गये पर मुझे लड़को से एक शिकायत है कि वो सब ही मुझे चोदना चाहते हैं अरे यार मुझे चुदवाने से कोई इंकार नहीं है पर अब मैं बैठी यू पी में और आप लोग पता नहीं कहां कहां बैठे हो अब भला किसी का लंड इतना बड़ा तो होगा नहीं कि वहां बैठे बैठे मेरी चूत को चोद डाले तो प्लीज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ मुझसे हर तरह की बात करे पर मुझे चोदने की बात न करे क्योंकि ये हो नहीं सकता
हां तो अब मैं आप सबको बताती हूं कि मैं आगरा अपनी मुमानी के घर गयी थी करीब ५ साल बाद अपनी अम्मी और भाई के साथ वहां मुझे बहुत अच्छा लगा इतने साल बाद जाने के बाद वहां सभी लोग बहुत प्यार से मिल रहे थे हम लोगों ने खूब मौज मस्ती की पर हफ़्ते भर बाद ही मुझमे चुदाने के कीड़े रेंगने लगे क्योंकि यहां तो लगभग रोज़ ही चूत में लंड खाती थी शायद ही कोई दिन ऐसा जाता हो जब मैं न चुदवाउं पर यहां तो चुदायी क्या साला किसी से चूची मसलवाने को तरस गयी हालांकि मेरी मुमानी की २ लड़कियां मेरी ही एज ग्रुप की थी पर वो बहुत सीधी साधी थी कम से कम उनके बर्ताव से तो यही ज़ाहिर होता था कि बच्चियां अभी बहुत नादान है बेचारी अपनी जवानी के बारे में भी शायद नही जानती थी जब कि वो दोनो बला की खूबसुरत थी जिस्म का रंग दूध ऐसा गोरा भरी भरी जांघें लाल लाल गाल और चूचियां तो कयामत थी कसम से उनकी चूची बला की खूबसुरत थी उसमे छोटी वाली अभी स्कर्ट टोप ही पहना करती थी उसकी उम्र १५ साल की थी मैं अकसर सोचती कि साली इतनी खूबसूरत है दोनो फ़िर भी इतनी सीधी साधी है
एक दिन की बात है मैं छत पर नहा कर बाल सुखा रही थी कि तभी कोई मेरे पीछे से मेरी गांड में लौड़ा अड़ा कर मेरी चूचियों को दबाने लगा मेरी बांछे खिल गयी सोचा किसे तरस आया मेरी जवानी पे जब घूम कर देखा तो भाई जान थे मैने कहा हटिये भी भाई भला ये भी कोई जगह है प्यार करने की कोई देख लेगा तो शामत आ जायेगी तब भाई ने उसी पोसिशन मे खड़े खड़े मेरी चूचियां दबाते हुए कहा हां यार ये तो है साला यहां बाकी सब तो ठीक है पर लंड को बहुत तरसना पड़ता है साला यहां घर ऐसा महल तो है नही कि जब जी चाहा बिस्तर पर पटक कर चोद लिया यार तुम न हुई तो अम्मी की पुरानी भोसड़ी में ही लंड डाल लिया नहीं तो तुम्हे ही चोद लिया पर साला यहां तो बड़ी दिक्कत है अब हफ़्ता भर हो गया साला लंड को कोई चूत नसीब नहीं हुई उनके चूची दबाने से मैं अब तक गरम हो चुकी थी तब मैने कहा भाई अब आप मेरी चूची न दबायें क्योंकि इस तरह तो आग और भड़क रही है जब चोद नहीं पायेंगे तब गुसल खाने में जाकर मुझे भी उंगली करनी पड़ेगी और आपको भी मुठ मारना पड़ेगा
तब भाई ने कहा यार अब इतने दिन बाद मौका मिला है तो बिना चोदे तो नहीं छोड़ुंगा चाहे जो हो जाय और ये कह कर मेरी टोवल खोलने लगे मगर मैने कहा हाय भाई ऐसा न कीजिये कहीं यहां किसी ने देख लिया तो बड़ी बदनामी हो जायेगी चुदवाने का मन तो मेरा भी है पर क्या करें मज़बूरी है तब भाई ने कहा अच्छा तुम नहीं मान रही तो मेरा लंड बस मुंह से चूस कर ही हल्का कर दो मैं सब्र कर लूंगा मैने कहा भाई आप मान नहीं रहे कहीं कोई उलटी सीधी बात हो गयी तो क्या होगा मगर भाई न माने और मुझे एक तरफ़ दीवार की आड़ में ले गये और अपनी पैंट की जिप खोल कर मुझे घुटनो के बल फ़र्श पर बैठा दिया और मेरे हाथ में लंड पकड़ा कर बोले प्यारी बहना चूस कर खलास कर दो लंड को तब मैने कहा भाई अभी तो खड़ा भी नहीं हुआ बहुत मेहनत करनी पड़ेगी और टाइम भी लगेगा आप मान नहीं रहे तब वो मेरी चूची को टोवल के उपर से दबाते हुए बोले साली नाटक न कर बहन की लौड़ी एक तो चोदने को नहीं मिल रहा उपर से तू बातें चोद रही चल जल्दी से चूस कर खड़ा कर लंड को तब मुझे भी गुस्सा आ गया और मैने कहा बड़ी बहादुरी दिखा रहे हो लो अब मैं भी बहादुरी दिखाती हूं
ये कह कर मैने अपनी टोवल उतार कर फ़ेंक दी और झट से भाई का लंड मुंह में भर लिया और चूसने लगी भाई ने जब देखा कि मैने टोवल उतार कर फ़ेंक दी तो उसकी भी गांड फ़टी आरज़ू तुमने ये क्या किया कहीं किसी ने देख लिया तो क्या होगा? तब मैने कहा अभी मैं कह रही थी तो मेरी गांड में घुस गये अब काहे गांड फ़टी जा रही चोदो जो होगा देखा जायेगा ज्यादा से ज्यादा मुमानी की लड़कियां या मुमानी ही तो आयेंगी उपर सम्भाल लूंगी मैं उनको तब भाई ने कहा अगर मामु जान आ गये तो क्या होगा? तब मैने कहा यार लड़कियों और अम्मा को तुम सम्भालना और अगर मामु जान आये तो वो मेरी चूत और नंगी चूचियां देख कर ही धरसायी हो जायेंगे
उसके बाद मैने भाई से कहा भाई आप जल्दी से मेरी चूत को चाट कर गरम कर दो और आपका लंड मैं चूस कर तैयार करती हूं तब भाई जल्दी से मेरी चूत की तरफ़ मुंह करके लेट गये और अपने लंड को मेरे मुंह के पास ले आये और तब मैं जल्दी से उनका लंड मुंह में भर लिया और चूसने लगी भाई भी चटाक चटाक मेरी बुर को चटखारे के साथ चूस रहे थे भाई का लंड जल्दी ही खड़ा हो कर तन गया मगर मैं अभी पूरी तरह से गरम नहीं हुइ थी तब भाई ने कहा आरज़ू तुम जल्दी से चौपाया बन जाओ मैं पीछे से डालता हूं आज तुम्हारी चूत में तब मैने कहा भाई अभी मैं पूरी तरह गरम नहीं हूं आप ऐसा कीजिये कि अपनी टांगे फ़ैला लीजिये मैं आज झूला आसन से चुदाउंगी तभी भाई अपनी टांगे सीधी फ़ैला कर बैठ गये और मैं अपनी चूत फ़ैला कर उनकी टांगों के बीच खड़ी हो गयी और पहले भाई से कहा भाई एक किस मेरी बुर पर कीजिये फ़िर सम्भाल कर बैठ जाइये मैं अचानक अपनी चूत आपके लंड पर गिराउंगी तब भाई ने मेरी चूत पर किस तो करा मगर फ़िर बोले रानी अगर सेंटर आउट हो गया तो मेरी भी गांड फ़टेगी और तुम्हारी भी इसलिये भलाई इसी में है कि चुपचाप मेरे लौड़े पर अपनी चूत रख कर बैठ जाओ मगर मुझे तो ज़िद चढ़ गयी मैने कहा जैसा कहती हूं करो तब भाई सम्भल कर बैठ गये और मैने धड़ से उनके लंड पर बैठने को हुई कि उनका लंड पीछे चला गया और मेरी गांड के नीचे दब गया भाई के मुंह से एक दर्द भरी चीख निकल गयी आआआआआआअह मार डाला कुतिया सालीईईई मैं पहले ही कह रहा था तु नहीं कर पायेगी मगर तु तो आज मेरी गांड फ़ाड़ने पर अमादा है हट जा ज़रा सहलाने दे लंड को बहुत ज़ोर से दबा है एक तो तेरे चूतड़ इतने भारी है और उपर से ९ मन का बोझ तब मुझे भाई की हालत देख कर हंसी आ गयी और मैने कहा एक बार निशाना चूक गया तो गांड फ़ट गयी अरे मेरी चूत की तुम और अब्बु मिलकर कितनी बार कुटायी कर चुके हो तब भाई थोड़ा नोर्मल हो गये और मैं फ़िर से खड़ी हो गयी मुझे खड़ा होते देख कर भाई की गांड फ़ट गयी बोले क्या इरादा है अब तेरा?
मैने कहा भाई वन्स मोर! कोशिश करो प्लीज! तब भाई ने कहा बहुत बड़ी निशांची बन रही है याद रख तुझे चांस तो दे रहा हूं अगर इस बार निशाना चूका तो किसी कुत्ते से तेरी गांड मरवाउंगा हम दोनो अपनी वासना में इतने गुम हो गये थे कि भूल ही गये थे कि ये घर मुमानी का है और हम लोग छत पे है मुझे ज़रा आहट हुइ तो देखा कि खाला की छोटी लड़की अफ़रोज़ दरवाज़े की आड़ लेकर खड़ी है और पता नहीं कब से हम दोनो की बातें सुन रही थी और नज़ारा देख कर मज़ा ले रही थी मैं उसे देख कर थोड़ा सकपका गयी और सम्भलते हुए भाई की गोद में बैठ कर उसके कान में धीरे से कहा भाई अफ़रोज़ पता नहीं कितनी देर से हम लोगों को देख रही है और हमारी बातें भी सुन ली है उसने तब तो भाई भी घबरा गया
तब भाई ने धीरे से कहा अब तो देख ही लिया है मेरे ख्याल से ये ज्यादा कुछ नहीं करेगी बस हम लोगों की चुदायी देखेगी इसमे हमारा ही फ़ायदा है तब मैने कहा भाई अगर मुमानी से कह दिया इसने तब क्या होगा? मामु और मुमानी क्या सोचेंगी कि हम लोग आपस में चोदा चोदी करते हैं? तब भाई ने कहा ऐसा कुछ नहीं होगा अब हमे इसकी प्यास भड़कानी है इसको इस बात का एहसास करा देना है कि चुदायी में बहुत मज़ा आता है जवान तो ये भी है साली कितनी देर तक बरदास्त करेगी चूत की प्यास को और फ़िर जब मेरा औज़ार तुम्हारी चूत में घुसते हुए देखेगी तब साली खुद ही उंगली करेगी अपनी बुर में और कसम से मैं तो पहले दिन से इन दोनो बहनों को चोदने के चक्कर में हूं मगर हाथ ही नहीं धरने देती हैं साली दोनो बहने पर आज यकिनन इसकी चूत में चुदायी का कीड़ा रेंगने लगेगा बस तुम इस तरह से दिखाना कि तुमको बहुत मज़ा आ रहा है फ़िर देखो कैसे लाइन पर आती है और उसके बाद भाई ने मुझे कैसे चोदा और फ़िर वहीं छत पर अफ़रोज़ को भी ऊपरी मज़ा यानि खाली चूची मसलने का मज़ा दिया उसके बाद उसकी चुदायी भी की पर उसके बारे में अगली कहानी में बताउंगी ओके

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